रात की गहराई में भी सुकून नहीं
जिंदगी में कोई जूनून नही
कमीं है एक नशे की
इंतज़ार है एक खूबसूरत हादसे की
रास्ते तो हैं कई
पर कोई मंजील नहीं
यूं तो गुज़र रही है जिंदगी
पर गुज़रना ही तो जिंदगी नही
विशाल सागर में
तलाश है साहील की
भगवान तो हैं कई
कमीं है यकीन की
भीड तो हैं बहुत
खोज है शानदार मह्फील की
बेसुरी होती है वो जिंदगी
जिस जिंदगी में धून नहीं
रात की गहराई में भी सुकून नहीं
जिंदगी में कोई जूनून नही
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